हज़रत ज़हीन शाह ताजी और उनका सूफ़ियाना कलाम – Amir Khusrau, Nizamuddin Auliya, Sufi Qawwali, Sufi Kalam

हज़रत ज़हीन शाह ताजी और उनका सूफ़ियाना कलाम – Amir Khusrau, Nizamuddin Auliya, Sufi Qawwali, Sufi Kalam

बाबा ताजुद्दीन नागपुरी महाराष्ट्र के प्रसिद्ध संत हुए हैं। मेहर बाबा ने इन्हें अपने समय के पाँच बड़े अध्यात्मिक गुरुओं

हज़रत शाह वजीहुद्दीन ‘अलवी गुजराती-मौलाना सय्यद अबू ज़फ़र नदवी (मुदर्रिसः ’अरबी-ओ-फ़ारसी महाविद्यालय, अहमदाबाद) – Amir Khusrau, Nizamuddin Auliya, Sufi Qawwali, Sufi Kalam

हज़रत शाह वजीहुद्दीन ‘अलवी गुजराती-मौलाना सय्यद अबू ज़फ़र नदवी (मुदर्रिसः ’अरबी-ओ-फ़ारसी महाविद्यालय, अहमदाबाद) – Amir Khusrau, Nizamuddin Auliya, Sufi Qawwali, Sufi Kalam

गुजरात में सैकड़ों उ’लमा और अत्क़िया पैदा हुए और चल बसे लेकिन गुजरात के आसमान पर दो ऐसे आफ़ताब-ओ-माहताब चमके

बहादुर शाह और फूल वालों की सैर-जनाब मिर्ज़ा फ़रहतुल्लाह बेग देहलवी – Amir Khusrau, Nizamuddin Auliya, Sufi Qawwali, Sufi Kalam

बहादुर शाह और फूल वालों की सैर-जनाब मिर्ज़ा फ़रहतुल्लाह बेग देहलवी – Amir Khusrau, Nizamuddin Auliya, Sufi Qawwali, Sufi Kalam

सा’दी ’अलैहर्रहमा ने ख़ूब कहा है र’ईयत-ए-चू बीख़स्त-ओ-सुल्ताँ दरख़्त दरख़्त ऐ पिसर बाशद अज़ बीख़ सख़्त ये जड़ों ही की

Verified by MonsterInsights