हज़रत मयकश अकबराबादी – Amir Khusrau, Nizamuddin Auliya, Sufi Qawwali, Sufi Kalam

हज़रत मयकश अकबराबादी – Amir Khusrau, Nizamuddin Auliya, Sufi Qawwali, Sufi Kalam

हिंदुस्तान में सूफ़ी ख़ानक़ाहों का एक लम्बा और प्रसिद्ध इतिहास रहा है। हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया की ख़ानक़ाह हिंदुस्तान भर में

नज़ीर की सूफ़ियाना शा’इरी – Amir Khusrau, Nizamuddin Auliya, Sufi Qawwali, Sufi Kalam

नज़ीर की सूफ़ियाना शा’इरी – Amir Khusrau, Nizamuddin Auliya, Sufi Qawwali, Sufi Kalam

’इल्म-ए-तसव्वुफ़ जिसकी निस्बत कहा जाता है, बरा-ए-शे’र गुफ़्तन ख़ूब अस्त’ –मौलाना अलताफ़ हुसैन हाली “यादगार-ए-ग़ालिब” उर्दू शा’इरी की इब्तिदा में

ख़ानदान-ए-चिराग़ देहलवी

ख़ानदान-ए-चिराग़ देहलवी

हज़रत ख़्वाजा नसीरुद्दीन चिराग़ देहलवी शैख़-उल-मशाइख़, बादशाह-ए-’आलम-ए-हक़ीक़त , कान-ए-मोहब्बत-ओ-वफ़ा हज़रत ख़्वाजा नसीरुल-मिल्लत वद्दीन महमूद अवधी रहमतुल्लाह अ’लैह। तकमिला-ए-सियर-उल-औलिया में है

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